विश्वास और डर
“नरेंद्र ज़रा शरारती है न इसी से डर लग रहा है।”
क) नरेंद्र की माँ रेखा अजय की माँ से ऐसा क्यों कहती है?
ख) नरेंद्र में ऐसा कौन-सा गुण होता जिससे उसकी माँ नहीं डरती और अजय की माँ से यह नहीं कहती कि नरेंद्र ज़रा शरारती है।
“घबराइए नहीं, रेखा जी-देखिए मेरा बेटा भी तो है लेकिन अजय पर तो मुझे पूरा विश्वास है”
ग) अजय की माँ नरेंद्र की माँ से ऐसा क्यों कहती है?
क) नरेंद्र के व्यवहार के बार में सब जानते थे। उसकी मां को भी पता था कि वो थोड़ा चंचल किस्म का है। जब उसे स्कूल से घर आने में देर हो गई तो उसकी मां को चिंता होने लगी। तब नरेंद्र की मां रेखा ने अजय की मां से ये बात कही। उन्हें लग रहा था कि कहीं ऐसा तो नहीं कि अपनी शरारतों की वजह से वो मुश्किल में फंस गया हो।
ख) नरेंद्र में बचपना बहुत ज्यादा था। दूसरे बच्चों की अपेक्षा वो ज्यादा शरारती भी था। अगर नरेंद्र में अच्छा बुरा परखने की समझ होती हो तो उसकी मां को डर नहीं लगता और वो अजय की मां से ये नहीं कहतीं कि नरेंद्र थोड़ा शरारती है इसलिए डर लगता है।
ग) रेखा को पता था कि अजय बहुत समझदार है। वो कभी ऐसी कोई हरकत नहीं करेगा जिससे वो या उसके घरवाले मुश्किल में पड़े। लेकिन रेखा को अपने बेटे पर विश्वास कम था क्योंकि नरेंद्र बहुत शरारती था| इस वजह से रेखा ने अजय की मां से ये बात कही थी।